भारतीय तीरंदाजी संघ के शनिवार को संपन्न हुए चुनावों में बी। वी। पी। राव पैनल ने विजय हासिल की है। बीवीपी राव उच्च कोर्ट के नियुक्त प्रशासक एस वाई कुरैशी की देखरेख में हुए इंडियन तीरंदाजी महासंघ (एएआई) के विवादित चुनाव के बाद शनिवार को अध्यक्ष चुने गये। वहीं महासिंह को सचिव तथा डी। के। विद्यार्थी को कोषाध्यक्ष पद के लिए चुना गया है। राव पैनल की जीत ने संघ पर 45 वर्ष तक चले आ रहे वी। के। मल्होत्रा के रुतबे को खत्म कर दिया है।
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुये इस चुनाव में असम का नेतृत्व कर रहे राव के पक्ष में 49 मत पड़े जबकि दूसरे जगह पर रहे त्रिपुरा के रूपक देबरॉय को 36 मत मिले। असम कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस ऑफिसर राव ने इससे पहले पूर्वोत्तर राज्य के तीरंदाजी संघ के उपाध्यक्ष के रूप में काम किया। वह पहले भी इंडियन खेल प्राधिकरण के साथ विभिन्न क्षमताओं में जुड़े थे। वह पिछले चार वर्ष से तेलंगाना गवर्नमेंट के सलाहकार के रूप कार्य कर रहे थे लेकिन एएआई की शीर्ष पद पर काबिज होने के लिए उन्होंने त्याग पत्र दे दिया था।उन्होंने 1973 से 2012 तक एएआई के अध्यक्ष रहे विजय कुमार मल्होत्रा के विरूद्ध भी चुनाव लड़ा था लेकिन सफलता से महरूम रहे थे।
महा सिंह इसके सचिव व डीके विद्यार्थी कोषाध्यक्ष चुने गये। सुनिल कुमार शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष जबकि पूर्णिमा महतो व राजेन्द्र सिंह तोम उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए।
इंडियन ओलंपिक संघ (आईओए) व खेल मंत्रालय का कोई भी पर्यवेक्षक विलंब से हुए इन चुनावों के दौरान मौजूद नहीं था। विवादास्पद परिस्थितियों में आयोजित इन चुनावों को आईओए व मंत्रालय स्थगित करना चाहते थे लेकिन दिल्ली उच्च कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासक व निर्वाचन ऑफिसर कुरैशी सर्वोच्च कोर्ट के आदेश के अनुसार शनिवार को चुनाव कराने पर अड़े थे।
जीत के बाद यह बोला राव ने
जीत के बाद नवनियुक्त अध्यक्ष ने बोला कि वह राष्ट्र में तीरंदाजी के प्रशासनिक ढांचे को सुधारने की प्रयास करेंगे जो हालिया दौर में नजरअंदाजी से गुजरा है। उन्होंने बोला कि वह इंडियनतीरंदाजों को ओलंपिक पदक सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं राष्ट्र में तीरंदाजी के प्रबंधन पर ध्यान दूंगा जिसने पिछले कई सालों से बहुत कुछ झेला है। ’’ चुनावों के बाद इंडियन तीरंदाजी आयोग के बैनर तले डोला बनर्जी, लिम्बा राम, पूर्णिमा महतो, चेक्रोवोलू स्वूरो व बी चानू जैसे ओलंपियन व अंतर्राष्ट्रीय तीरंदाजों ने खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौर को लेटर लिखकर एएआई को मान्यता देने की मांग की।
पत्र में लिखा गया, ‘‘हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि एएआई के अस्तित्व के 45 सालों में आज ऐतिहासिक दिन है क्योंकि चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से किए गए थे। यह चुनाव अपने आप में यादगार है क्योंकि हम जैसे खिलाड़ियों को खेल संघ के पदाधिकारियों के चुनाव में मतदान करने का अधिकार मिला। ’’
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