BCCI ने अहम फैसला लेते हुए बताया है कि 87 साल में पहली बार रणजी ट्रॉफी नहीं खेली जाएगी 1934 में इस घरेलू टूर्नामेंट कि शुरुआत कि गई तब से हर साल इसका आयोजन किया जाता है।
BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह रणजी ट्रॉफी का आयोजन कराना चाहते थे क्योंकि इसमें खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा फीस मिलती है जो प्रति मैच क्रीड डेढ़ लाख रूपये है।
कोरोना वायरस महामारी के बीच 2 स्टेज में आयोजन के लिए 2 महीने का बायो बबल बनाना मुमकिन नहीं है जय शाह ने बताया कि हम पहले समय गंवा चुके है और सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखकर क्रिकेट कैलेंडर तैयार करना काफी मुश्किल था।
राहत कि बात ये कि विजय हजारे ट्रॉफी खेली जायेगी क्योंकि स्टेस क्योंकि यूनिट्स इसका आयोजन चाहती है BCCI पहली बार अंडर 19 नेशनल वनडे टूर्नामेंट ,वीनू मकंड ट्रॉफी और वुमेन नेशनल वनडे तुरमेंट का भी आयोजन करेगा।
bBCCI ने अपनी एजीएम में तय किया था कि सीजन छोटा होने पर खिलाड़ियों के नुकसान कि भरपाई कि जाएगी माना जाता है कि बोर्ड इस दिशा में कोई उपाय करेगा ताकि घरेलू क्रिकेटरों कि आर्थिक स्थिति पर असर नहीं पड़े।
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