भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 मेचो की सीरीज को 2 -1 से जीतकर बॉर्डर -गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया है यह इसलिए संभव हो पाया क्योकि सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट में चोट के बाद भी हनुमा विहारी ने मैदान पर आर आश्विन के साथ टिक्कर मैच को ड्रॉ करवाया।
हनुमा ने सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में चोट के बाद पेनकिलर लेकर दाई घंटे से ज्यादा बल्लेबाजी की हनुमा ने बताया ,मैंने एक पेनकिलर इंजेक्शन लिया था और फिर तैयार हो गया मेरे मन में यह चल रहा था की वो पारी है जो टीम से हर चीज को लौटने का मौका है।
उन्होंने आगे कहा ,टी ब्रेक के दौरान मैंने इंजेक्शन लिया था चाय काल के बाद मुझे दर्द होना बंद हो गया लेकिन मुझे दाएं पेरो में कमजोरी सी महसूस होने लगी थी मैं अपने दाएं पैर को बिलकुल भी महसूस नहीं कर प् रहा था पेनकिलर ने पैर को सुन्न कर दिया था।
मुझे तभी पता चल गया था की मेरे लिए सीरीज खत्म हो गया मुझे मालूम हो गया था की कोई क्रेक नहीं था मुझे साफ पता चल गया था की मेरा हैम्पस्ट्रिंग फट गया है क्योकि मुझे ऐसा पहले भी हो चूका था मैं चल और दौड़ नहीं सकता था।
No comments:
Post a Comment