विरूद्ध नस्लीय टिप्पणी करने से अहमद मुसीबतों में फंस गए हैं। अब उन्होंने अपने किए की माफी मांगी है। मंगलवार को हुए वनडे सीरीज के दूसरे मैच में सरफाराज ने फेलुकवायो के विरूद्ध आपत्तिजनक कमेंट किए थे। मैच के दौरान स्टंप माइक ने उन्हें फेलुकवायो के लिए कुछ कहते हुए पकड़ा था जो कि एक नस्ली टिप्पणी थी।
सरफराज ने बोला ट्विटर पर कहा, “मैं, कोई भी आदमी से संजीदगी से माफी मांगता हूं, जो मेरे फ्रस्ट्रेशन के इजहार से आहत हुआ है, जो कि दुर्भाग्य से दक्षिण अफ्रीका विरूद्ध हुए कल के मैच के दौरान स्टंप माइक में पकड़ा गया। मेरे शब्द किसी एक खास आदमी के लिए नहीं थे। और। । ”
इसके बाद सरफराज ने अगले ट्वीट में लिखा, “ मेरा यकीनन किसी को दुखी करने का इरादा नहीं था। मैं यह भी नहीं चाहता था कि मेरे शब्द सुने, समझे या आगे विरोधी टीम या क्रिकेट फैंस तक पहुंचाए जाएं। मैंने पहले भी रखा है व आगे भी संसार भर में अपने साथियों से सौहार्द बनाए रखूंगा व उनके प्रति मैदान के अंदर व बाहर सम्मान व आदर हमेशा बनाए रखूंगा। ”
मैच की दूसरी पारी में हुई थी यह घटना
फेलुकवायो ने शाहीन अफरीदी की गेंद पर एक रन लिया। वह तब 50 रन पर खेल रहे थे। बल्लेबाज जब रन लेने के लिये नानस्ट्राइकर छोर पर जा रहा था तब स्टंप माइक ने सरफराज को उर्दू में कुछ टिप्पणी करते हुए पकड़ा। सरफराज अहमद यह कहते पाए गए, ‘अबे काले! तेरी अम्मी आज कहां बैठी हैं? क्या पढ़वा के आया है आज। ‘ उस दौरान पाक के पूर्व खिलाड़ी रमीज राजा व माइक हेजमैन कमेंट्री कर रहे थे। हेजमैन ने सरफराज की माइक में कैद हुई बात का अनुवाद करने को बोला तो राजा ने केवल इतना बोला कि इसका अनुवाद करना कठिन है क्योंकि यह बहुत लंबा वाक्य है। ‘
फेलुकवायों ने खेली थी नाबाद 69 रनों की पारी
दक्षिण अफ्रीका ने यह मैच पांच विकेट से जीता। फेलुकवायो आखिर में 69 रन बनाकर नाबाद रहे। इस बीच किस्मत ने भी उनका साथ दिया। एक बार डीआरएस ने उनका साथ दिया जबकि इस घटना से एक ओवर पहले उनका कैच छूटा। दक्षिण अफ्रीकी टीम मैनेजर मोहम्मद मूसाजी ने बोला कि मैच अधिकारियों ने इस घटना पर गौर किया है। मूसाजी ने कहा, ‘‘आईसीसी व मैच अधिकारियों ने इस कथित घटना पर गौर किया है। उन्होंने इस मामले की जांच की महत्वपूर्ण प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी है। जांच के परिणाम मिलने के बाद ही हम इस पर रिएक्शन कर सकते हैं। ’’
यह सजा मिल सकती है सरफराज को आईसीसी से
आईसीसी ने भी इस मामले की जांच प्रारम्भ कर दी है। आईसीसी के नस्लभेदी संबंधी आचार संहिता के अनुसार किसी खिलाड़ी को नस्लभेजी टिप्पणी करने का दोषी माना जाता है जब वह दूसरे किसी खिलाड़ी के विरूद्ध उसकी जाति, धर्म, संस्कृति, रंग, वंश, राष्ट्रीय या जातीय मूल के आधार पर टिप्पणी करे। इसका उल्लंघन करने पर आईसीसी द्वारा कड़ी सजा का प्रावधान है। आईसीसी अगर सरफराज अहमद को नस्लीय टिप्पणी करने का दोषी पाता है तो उन पर कम से कम 4 टेस्ट या 8 वनडे मैचों का प्रतिबंध लग सकता है।
The post अपने इस आपत्तिजनक कमेंट के लिए सरफाराज ने मांगी माफ़ी appeared first on PolkholIndia.Com | Polkhol India | Polkhol Against Corruption | India Against Corruption | Fight Against Corruption | Fight Against Crime.
No comments:
Post a Comment